सन २००१ में फिल्म 'मानसून वैडिंग" से अपने अभिनय कैरियर की शुरूआत करने वाले अभिनेता रणदीप हुडा की जल्दी ही फिल्म एक नयी फिल्म "मैं और चार्ल्स " रिलीज़ होने वाली है। यह फिल्म कुख्यात अपराधी चार्ल्स शोभराज पर आधारित है। यह वही चार्ल्स शोभराज हैं जो की बिकिनी किलर के नाम से मशहूर हुए ही साथ में यह लोगों को ठगने में माहिर थे , चार्ल्स शोभराज पर कई हत्यायें करने का दोष भी है। निर्देशक प्रबाल रमन की इस फिल्म में रणदीप ने चार्ल्स शोभराज की भूमिका अभिनीत की है। रणदीप से बातचीत हुई इसी फिल्म को लेकर ----

आपने क्या - क्या होमवर्क किया इस फिल्म के लिये ? मैंने शोभराज से जुड़ी कई खबरें , समाचार और किताबें पढ़ी साथ में कुछ शार्ट फ़िल्में भी देखी। जिससे शोभराज कैसे बोलते थे यह सब सीखा। लेकिन प्रबाल ने बहुत मेहनत की बहुत रिसर्च किया, साथ ही इस फिल्म से आमोद कंठ भी जुड़े हैं क्योंकि उन्होंने शोभराज के केस में भी काम किया था।
आप पोस्टर में बिलकुल ही शोभराज लग रहे हैं ?
जब मैंने हाइवे की थी तब सब कह रहे थे आप बिलकुल ट्रक ड्राइवर लगते हैं , जब "रंग रसिया" की तब भी सबने कहा की मैं बिल्कुल पेंटर लग रहा हूँ। तो इसमें कोई बहुत बड़ी बात नही है यह काम है मेरा , जिसे ग्लोरिफाई करने की कोई बात नही है अगर जो ऐसा करते हैं उनके पास करने की कोई बात नही है मुझे ऐसा लगता है, क्योंकि यह तो मेरा काम है कि जो किरदार मैं अभिनीत करून मुझे उसके जैसा लगना ही चाहिये। इसमें मैं शोभराज का किरदार कर रहा हूँ तो उसके जैसा बनने की कोशिश की है , वैसा मैं आपको बता दूँ इस सबके पीछे जिनका हाथ है वो हैं पेरी पटेल जो कि मेरे हेयर डिजायनर हैं , दूसरे हैं कॉस्ट्यूम डिजाइनर सलीम असगर अली और इन दोनों के अलावा हैं निर्देशक प्रबाल रमन जिनका दिमाग सबसे ज्यादा चला है। आज तक मैं २० - २५, ३० निर्देशकों के साथ काम कर चुका हूँ जिनमें मुझे सबसे उम्दा , सरल और सर्वश्रेष्ठ लगे हैं प्रबाल।
जब मैंने हाइवे की थी तब सब कह रहे थे आप बिलकुल ट्रक ड्राइवर लगते हैं , जब "रंग रसिया" की तब भी सबने कहा की मैं बिल्कुल पेंटर लग रहा हूँ। तो इसमें कोई बहुत बड़ी बात नही है यह काम है मेरा , जिसे ग्लोरिफाई करने की कोई बात नही है अगर जो ऐसा करते हैं उनके पास करने की कोई बात नही है मुझे ऐसा लगता है, क्योंकि यह तो मेरा काम है कि जो किरदार मैं अभिनीत करून मुझे उसके जैसा लगना ही चाहिये। इसमें मैं शोभराज का किरदार कर रहा हूँ तो उसके जैसा बनने की कोशिश की है , वैसा मैं आपको बता दूँ इस सबके पीछे जिनका हाथ है वो हैं पेरी पटेल जो कि मेरे हेयर डिजायनर हैं , दूसरे हैं कॉस्ट्यूम डिजाइनर सलीम असगर अली और इन दोनों के अलावा हैं निर्देशक प्रबाल रमन जिनका दिमाग सबसे ज्यादा चला है। आज तक मैं २० - २५, ३० निर्देशकों के साथ काम कर चुका हूँ जिनमें मुझे सबसे उम्दा , सरल और सर्वश्रेष्ठ लगे हैं प्रबाल।
प्रबाल की तारीफ इसलिये तो ऐसा नही कह रहे कि यह पिक्चर उनकी ही है ? जी मुझे ऐसा कहने की बिल्कुल भी जरूरत नही है फिल्म अपने आप में बहुत अच्छी है मेरा निर्देशक को अच्छा बोलने से फिल्म नही चलती और निर्देशक से फ़िल्में नही चलती। प्रबाल को मैं बहुत पहले से जानता हूँ जब वो राम गोपाल वर्मा के साथ करता था। अच्छा निर्देशक है इसके साथ काम करने में मज़ा आता है। घुन्ना नही है बहुत ही साफ दिल का है क्योंकि मुझे घुन्ने लोग पसंद नही आते।
आपकी कौन कौन सी फ़िल्में आने वाली हैं ?
बीबा बॉयज जिसमें मैं गैंगस्टर बना हूँ , सरबजीत सिंह में सरबजीत सिंह बना हूँ , इसके अलावा एक फिल्म है "दो लफ्ज़ो की कहानी ".
बीबा बॉयज जिसमें मैं गैंगस्टर बना हूँ , सरबजीत सिंह में सरबजीत सिंह बना हूँ , इसके अलावा एक फिल्म है "दो लफ्ज़ो की कहानी ".
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